Bond Meaning In Hindi :- कंपनियों को अपने विस्तार के लिए जब पैसे जुटाने होते हैं, तो वह शेयर मार्केट में स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड होकर अपने इक्विटी यानी शेयर जारी करके पैसे इकट्ठा करती है या फिर debt कर्ज लेकर पैसे जुटती है।
कंपनी कर्ज या तो बैंक से लेती है या फिर Bond जारी करके लेती है। अब अक्सर लोगो के मन में ये प्रश्न आता है, कि ये Bond क्या है ? या लोग गूगल पर Bond Meaning In Hindi लिखकर सर्च करते हैं।
तो चलिए आज के इस लेख में हम Bond Meaning In Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे।
Bond क्या होता है ? ( Bond Meaning In Hindi )
बांड एक तरह के ऋण पत्र ही होते हैं, जो Debenture की तरह होता है। जब भी government को पैसों की जरूरत होती है, तो वह bond जारी करके पब्लिक से पैसा जुटा सकती है।
इसके लिए वह पब्लिक को एक निश्चित ब्याज देती रहती है। पब्लिक गवर्नमेंट के द्वारा दी जाने वाली बयाज़ को हर साल ले सकते हैं या फिर बांड के मैच्योर होने के समय पर भी ले सकते हैं। बॉन्ड फिक्स्ड डिपॉजिट की receipt के जैसे ही दिखाई देते हैं।
Bond मे Use होने वाले Words
- Holder
जो व्यक्ति सरकार द्वारा जारी किए गए bond buy करता है वह bond holder कहलाता है। यदि भारत सरकार द्वारा जारी किए गए बॉन्ड को आप खरीदते हैं और आपने उसमें निवेश किया है तो आप उस बांड के होल्डर कहलाएंगे।
- Issuer
जो भी सरकार या कंपनी बॉन्ड को issue करती है वह bond का issuer कहलाता है। जैसे यदि बांड को भारत सरकार के द्वारा issue किया गया है तो उन bonds की issuer भारत सरकार होगी।
- Face value
Face value बॉन्ड कि वह कीमत होती है, जो bond के mature हो जाने पर किसी bond holder को मिलती है। उदाहरण के लिए किसी बॉन्ड की फेस वैल्यू ₹500 है तो bond mature होने पर उसके बदले में ₹500 मिलेंगे यानी कि आप जितनी राशि का निवेश करेंगे उतनी राशि के bond आपको मिल जाएंगे।
अब मान लीजिए कि आपने ₹100000 के bond खरीदे हैं और उन bond की face वैल्यू ₹100 है तो आपके पास total bonds 1000 हो जाएंगे और इन बॉन्ड के mature होने पर एक bond के बदले आपको ₹100 मिलेंगे।
- Coupon Rate
जिस दर पर bond holder को ब्याज दिया जाता है, उसे कूपन रेट कहते हैं। यह ब्याज bond holder को फेस वैल्यू पर मिलता है। उदाहरण के लिए, अगर किसी बांड का कूपन रेट 8% है और उसकी फेस वैल्यू 100 रुपय है, तो उसे 8% के दर के अनुसार हर साल ₹8 का ब्याज किया जाएगा।
- Maturity date
Mature date किसी भी बांड के mature होने वाली तारीख होती है। इस मे बांड holder , bond issuer को bond सौंप देता है और अपना इन्वेस्ट किया हुआ पैसा वापस ले सकते हैं। सभी bonds पर उसी maturity date लिखी होती है।
- Yield
बॉन्ड खरीदने वाले को बॉन्ड की मैच्योरिटी के समय मिलने वाला टोटल रिटर्न बॉन्ड yield कहलाता है।
Bond कितने प्रकार के होते हैं ?
बांड निम्न प्रकार के होते हैं :-
- Floating rate bond
Floating rate bond में bond holder को निश्चित ब्याज नहीं मिलता, बल्कि यह rate हर साल बाजार की मूवमेंट के अनुसार बदलता रहता है।
- Fixed rate bond
इस तरह के बॉन्ड मे bond holder को दिए जाने वाला ब्याज एक fix ब्याज होता है। बाजार का रेट कुछ भी हो, बाजार का मोमेंट कुछ भी हो, यह ब्याज निश्चित percentage रहता है।
- Tax saver bond
Tax saver bond जैसा कि नाम से भी स्प्ष्ट है कि यह एक ऐसा बांड है जिसमें निवेश करने पर आपका tax सेव हो जाता है यानी कि आपको टैक्स में छूट मिलती है।
- Inflation rate linked
Inflation rate linked bond वह bond होता है जिसमे interest यानी coupon rate समय-समय के inflation rate से link होता है।
- Bearer bond
Bearer bond मे किसी भी बॉन्डहोल्डर का नाम नहीं लिखा होता। यह बॉन्ड जिसके भी पास हो वही इस बॉन्ड की राशि को प्राप्त कर सकता है।
- Convertible bond
Convertible bond एसे bond होते हैं जिसमें बॉन्डहोल्डर एक निश्चित समय अवधि के बाद उस बॉन्ड को same कंपनी के शेयर में कन्वर्ट कर सकता है।
- Discount bond
कई बार bond के holder अपने बांड को उसकी फेस वैल्यू से कम रेट पर भी बेच सकते हैं। इस तरह के बॉन्ड को discount bond कहा जा सकता है।
- Zero coupon value
इस प्रकार के बांड को खरीदने वाले व्यक्ति को किसी भी प्रकार का कोई भी ब्याज नहीं मिलता यानी कि इस प्रकार के बांड का कूपन rate अर्थात मिलने वाला रिटर्न 0% का होता है। इनकी मैच्योरिटी पर इनकी फेस वैल्यू के जितनी राशि मिलती है।
निष्कर्ष :-
दोस्तो, आज के इस लेख के जरिए हमने bond meaning in Hindi के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्राप्त की है।
हमें उम्मीद है, कि आप Bond के बारे में सभी जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे। इस जानकारी को शेयर मार्केट में इंटरेस्ट रखने वाले लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें। यदि इस लेख से संबंधित कोई सुझाव आप हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर पूछें।
FAQ’S :
Q1. Bond क्या होते हैं ?
Ans. यह एक प्रकार का कर्ज ही होता है, जो किसी कंपनी या सरकार के द्वारा पब्लिक से लिया जाता है।
Q2. सरकार बांड क्यों जारी करती है ?
Ans. सरकार विकास के कामों को करने के लिए पैसा जुटाने के लिए बॉन्ड को जारी करती है।
Q3. क्या बांड debt होते हैं ?
Ans. हाँ
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