Types Of Investment In Hindi – इन्वेस्टमेंट क्या है और इसके कितने प्रकार होते है ?

Types Of Investment In Hindi :- लोग अधिक लाभ कमाने की दृष्टि से किसी संपत्ति या वस्तु में Investment करते हैं। परंतु अगर लोगों को Types Of Investment In Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त हो जाए तो लोग एक साथ कई जगह पर निवेश करके अधिक लाभ कमा सकते हैं।

तो चलिए आज के इस लेख में हम Types Of Investment के बारे में विस्तापूर्वक जानकारी प्राप्त करते हैं और जानते हैं, कि ऐसे कौन कौन से क्षेत्र है, जहां पर निवेश करके हम अधिक आय उत्पन्न कर सकते हैं। तो, चलिए बिना देरी किए शुरू करते हैं।


निवेश कितने प्रकार के होते हैं ? ( Types Of Investment In Hindi )

निवेश को कई अलग-अलग भागों में बांटा गया है। निवेश के कुछ मुख्य प्रकार निम्नलिखित हैं, जिसका उपयोग लोग लाभ कमाने के लिए करते हैं :-

  1. स्टॉक या इक्विटी ( Stock/ Equity )
  2. बांड या फ़िक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज ( Bond / Fixed Income Securities )
  3. इंडेक्स फंड म्यूच्यूअल फंड ( Index fund/ Mutual Fund ) 
  4. रियल स्टेट ( Real State )
  5. कमोडिटीज ( Commodities )

1. स्टॉक या इक्विटी ( Stock/ Equity )

स्टॉक निवेश करने और अधिक लाभ कमाने के लिए सबसे लोकप्रिय है। इसे हम शेयर के नाम से भी जानते हैं। किसी बेहतर प्रदर्शन करने वाली कंपनियों के शेयरों को खरीद कर और बाद में उसे मूल्य बढ़ने पर बेच देने पर लाभ कमाया जा सकता है।

इसके खरीद बिक्री शेयर बाजार में की जाती है जिसमें नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बंबई स्टॉक एक्सचेंज शामिल है।

2. बांड या फ़िक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज ( Bond / Fixed Income Securities )

कभी-कभी कंपनियां पूंजी जुटाने के लिए बॉन्ड जारी करती है। इसके अलावा सरकार द्वारा भी पूंजी जुटाने के लिए बांड जारी किया जाता है और निवेशकों से बांड के बदले कुछ पैसे उधार लेती है।

तो यदि आप बांड में निवेश कर रहे होते हैं, तो वह एक निश्चित अवधि के लिए निवेश किया जाता है और उसके बाद आपको आपकी पूंजी के साथ-साथ कुछ लाभ भी प्रदान किया जाता है।

यहां पर एक निश्चित दर शामिल होती है, जिस दर पर आपको निश्चित लाभ प्रदान किया जाता है।

बांड में निवेश करना स्टॉक में निवेश करने की तुलना से कम जोखिम भरा होता है। हालांकि कभी-कभी बांड में निवेश करना भी अधिक जोखिम भरा हो सकता है, यदि आपने सही ढंग से कंपनी पर रिसर्च करके Investment ना किया हो तो।

3. इंडेक्स फंड/ म्यूच्यूअल फंड ( Index fund/ Mutual Fund )

इंडेक्स फंड या म्यूचुअल फंड निवेशकों को बिना अधिक रिसर्च किए Investment करने की अनुमति देता है।

यानी कि इंडेक्स फंड और म्यूचुअल फंड के अंतर्गत आप अलग-अलग कंपनियों का चुनाव करने की बजाय सीधे म्यूचल फंड के शेयरों में निवेश कर सकता है, बजाय इसके कि वे अलग-अलग हर कंपनियों पर Research करें और सही कंपनी का चुनाव करें।

Index fund और Mutual Fund दोनों ही अलग तरीके से कार्य करते हैं। यानी कि म्यूच्यूअल फंड एक प्रोफेशनल Investर की देखरेख में किया जाता है, जबकि इंडेक्स फंड अक्सर कुछ Benchmark की कॉपी करने का कोशिश करते हैं।

म्यूचुअल फंड में निवेश करना शेयर बाजार में निवेश करने से भी कम जोखिम भरा होता है, क्योंकि इसमें निश्चित समय के लिए कुछ पैसे Invest किए जाते हैं, जिसके अंतर्गत कई बार हमारे पैसे दोगुने बनकर बाहर आते हैं।

4. रियल स्टेट ( Real State )

भारत में रियल स्टेट में Investment करना भी काफी ज्यादा लोकप्रिय है। इसके अंतर्गत हम घर, कार्यालय या किसी प्रकार की बिल्डिंग के ऊपर निवेश करते हैं। या कई बार इसे संपत्ति के रूप में भी खरीदा जाता है, ताकि यह बाद में हमें वित्तीय सुरक्षा प्रदान कर सके।

अन्य निवेशकों की तुलना में रियल स्टेट का उपयोग ज्यादा किया जाता है, क्योंकि रियल स्टेट के अंतर्गत घर या कार्यालय शामिल होते हैं जिसका उपयोग लगभग पूरी दुनिया में रहने के लिए किया जाता है।

5. कमोडिटीज ( Commodities )

कमोडिटीज के अंतर्गत किसी व्यापार में उपयोग की जाने वाली सामग्रियां और संपत्ति आती है। जैसे इसमें कृषि से संबंधित Product, Energy product और कुछ Metals शामिल है।

हम अक्सर देखते हैं, कि लोग Physical रूप से कुछ धातुएं जैसे सोना या चांदी खरीद कर अपने पास रखते हैं, ताकि भविष्य में वह काम आ सके। इसी तरह निवेश नहीं करते बल्कि वह Future and Option Contract के आधार पर ऐसे संपत्ति में Invest करते हैं।

यदि आप Future and Option का उपयोग करके Commodities में निवेश नहीं करना चाहते हैं, तो आप ETF यानी Exchange Traded fund के माध्यम से भी ऐसे संपत्तियों में या इसका उत्पादन करने वाली कंपनियों में Invest कर सकते हैं।

कमोडिटी में निवेश करने में High risk शामिल होता है, क्योंकि इसके अंतर्गत Future and Option के द्वारा उधार के रूप में ली गई राशि के साथ Trading करना होता है। Commodities में अक्सर अधिक जानकार Investors ही Invest करते हैं।


FAQ’S :

प्रश्न 1 – भारत में निवेश कितने प्रकार के होते हैं ?

उत्तर - भारत में निवेश कई प्रकार के होते हैं, जिसकी विस्तार पूर्वक जानकारी इस लेख में दी गई है।

प्रश्न 2 – पैसे कहां निवेश करें ?

उत्तर - आप अलग-अलग जगह जैसे शेयर बाजार में किसी संपत्ति को खरीदने या जमीन को खरीदने 
में फिक्स डिपॉजिट में क्रिप्टो करेंसी में इत्यादि में निवेश कर सकते हैं।

प्रश्न 3 – किस प्रकार का निवेश सबसे अच्छा है ?

उत्तर - सभी निवेश अपने जगह पर बेहतर होते हैं, परंतु यह आपके ऊपर निर्भर करता है, कि आप 
किस तरह के Investment को करने में सक्षम है, क्योंकि कई Investment अधिक रिटर्न के साथ-साथ 
अधिक जोखिम भी लाते हैं।

प्रश्न 4 – निवेश के तीन तत्व क्या है ?

उत्तर - निवेश के तीन तत्व में रिटर्न सुरक्षा और तरलता शामिल है।

निष्कर्ष :-

आज के इस लेख में हमने Types Of Investment In Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त की है। उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको अलग-अलग प्रकार के Investment के बारे में जानकारियां मिल पाई होंगी।

यदि आप इस लेख से संबंधित कोई अन्य जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं, तो कृपया हमें कमेंट करके जरूर बताएं। जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।


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