ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते है ? – Types Of Trading In Hindi

Types Of Trading In Hindi :- Trading स्टॉक मार्केट में पैसा कमाने के लिए सबसे ज्यादा लोकप्रिय विकल्प है। लाखो Investors भारी मुनाफा कमाने के लिए स्टॉक Trading करते हैं।

कुछ लोग Trading के अलग-अलग प्रकारों के बारे में जानते हैं, जिसके कारण वे अधिक लाभ कमाते हैं, परंतु कुछ अन्य लोगों को Types Of Trading In Hindi के बारे में जानकारी ना होने के कारण अपने पैसे Stock Trading में गवा देते हैं।

इसलिए सभी निवेशकों को Types Of Trading In Hindi के बारे में संपूर्ण जानकारी होना आवश्यक है। इसीलिए आज के इस लेख में हम ट्रेडिंग के सभी प्रकार को विस्तृत रूप से जानेंगे।


Trading के प्रकार कौन से हैं ? ( Types Of Trading In Hindi )

मुख्य रूप से Trading के प्रकारों को पांच भागों में बांटा गया है। यदि हम Stock Trading की बात करें तो यह पांच प्रकार की होती है जो निम्नलिखित है।

  1. Intraday Trading
  2. Scalping
  3. Swing Trading
  4. Delivery Trading
  5. Optional Trading
  6. Momentum Trading
  7. Positional Trading
  8. Technical Trading

1. इंट्राडे ट्रेडिंग ( Intraday Trading )

Intraday Trading को हम Day Trading भी कहते हैं। इस Trading के अंतर्गत स्टॉक को एक ही दिन में बेचना और खरीदना शामिल होता है।

यदि कोई भी Investor या Trader Intraday Trading करता है, तो उसे दिन के आखिरी में बाजार बंद होने से पहले अपने सभी खरीदे गए शेयरों को जरूर भेजना होता है।

Intraday Trading सबसे ज्यादा Nav Value के छोटे पैमाने पर होने वाले उतार-चढ़ाव का फायदा उठाने के लिए लोकप्रिय है। यदि Trader अधिक Margin money का उपयोग नहीं करता है तो Intraday Trading बहुत ही कम जोखिम वाला होता है।

2. स्काल्पिंग ( Scalping )

स्काल्पिंग को Micro-Trading भी कहा जाता है, क्योंकि इस Trading को करते समय बहुत ही ज्यादा समय लगता है। स्काल्पिंग भी Intraday Trading की तरह ही की जाती है। बस इसके अंतर्गत Trader अपने Stock को कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनट तक hold रखता है।

जिस तरह Day Trading के अंतर्गत बाजार बंद होने से पहले सभी खरीदे गए स्टॉक को बेचना पड़ता है उसी प्रकार Scalp में भी बाजार बंद होने से पहले अपने पोजीशन को बंद करना पड़ता है।

Intraday Trading की तरह ही इसमें भी Technical Analysis बाजार से संबंधित ज्ञान और Price trend के बारे में जागरुकता और समझ बनती है।

3. स्विंग ट्रेडिंग ( Swing Trading )

स्विंग Trading का उपयोग Traders द्वारा Short Term Stock Fund और Pattern को Trade करने के लिए किया जाता है। साथ ही Traders इसका उपयोग कई दिनों में एक अच्छा लाभ कमाने के लिए करते हैं। क्योंकि Trading के इस प्रकार में हम 1 दिन से 7 दिन तक Trading कर सकते हैं।

इसमें Traders अपने शेयरों का Technical Analysis करते हैं ताकि वे अपने Investment के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए Stock Market के Pattern का पालन कर सकें।

4. डिलीवरी ट्रेडिंग ( Delivery Trading )

शेयर बाजार में सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली Trading डिलीवरी Trading ही है, क्योंकि इसके अंतर्गत Investment सुरक्षित रहता है। डिलीवरी Trading लंबे समय के लिए की जा सकती है, जिसके अंतर्गत Investors अपने Stock को कुछ समय के लिए होल्ड कर सकते हैं।

इसके साथ ही डिलीवरी Trading के अंतर्गत Investors को स्टॉक के लिए पूरी राशि का भुगतान करना होता है। Trading के इस प्रकार के अंतर्गत Investor उस स्टॉक में निवेश कर सकता है जिससे उसे अधिक मुनाफा हो सके।

5. मोमेंटम ट्रेडिंग ( Momentum Trading )

Stock Trading का पांचवा प्रकार मोमेंटम Trading है जिसके अंतर्गत एक Investor या Trader बाजार के मोमेंटम का फायदा उठाता है। यहां पर Trader ऐसे स्क्रिप्ट को चुनता है जो Breakout हो रहे हैं या फिर Breakout हो जाएंगे।

यदि बाजार का मोमेंटम ऊपर उठ रहा है तो Trader के पास जो स्टॉक है वह उन्हें बेच देता है और Average Return से भी ज्यादा रिटर्न प्राप्त करता है। और वहीं अगर बाजार का मोमेंटम नीचे गिर रहा है, तो Trader कई स्टॉक्स को खरीद लेता है ताकि वह उन्हें मोमेंटम बढ़ने पर बेच सके।

6. पोजीशनल ट्रेडिंग ( Positional Trading )

कुछ लोग इसे पोजीशन Trading भी कहते हैं। यह Trading भी Delivery Trading का ही एक रूप है, जिसके अंतर्गत Stocks को Buy and hold करने की Strategies अपनाई जाती है।

Positional Trading उन Traders के लिए ज्यादा बेहतर होती है, जो बाजार में नियमित रूप से भागीदार नहीं होते हैं यानी कि स्टॉक्स की खरीद बिक्री नियमित रूप से नहीं करते हैं।

Positional Trading के अंतर्गत लाभ तब होता है, जब स्टॉक बेचने से पहले उसे लंबे समय तक रखा जा सके।

7. फंडामेंटल ट्रेडिंग ( Fundamental Trading )

Trading के अंतर्गत Traders अच्छे कंपनी के स्टॉक्स ढूंढने के लिए Fundamental Analysis का उपयोग करता है। Traders कंपनी और उसके Financial Details पर अधिक ध्यान देते हैं। ताकि वे ऐसे स्टॉक का चुनाव कर सके जो भविष्य में उन्हें अधिक लाभ दे सके।

Fundamental Trading करने वाले Traders भी बाजार के अंदर अपनी पोजीशन को लंबे समय तक बनाए रखते हैं ताकि वे अधिक लाभ कमा सके।

8. टेक्निकल ट्रेडिंग ( Technical Trading )

Technical Trading के अंतर्गत Traders बाजार के चार्ट और डेटा का उपयोग करके अच्छे Stocks को ढूंढने का प्रयास करते हैं।

इस Trading में व्यापारियों के पास बाजार का ज्ञान और क्षमता होना चाहिए ताकि वह इस चार्ट और ग्राफ को समझ कर सही स्टॉक्स में निवेश कर सके।


FAQ’S:

प्रश्न 1 – ट्रेडिंग के पांच प्रकार कौन से हैं ?

उत्तर - Trading के पास प्रकारों के अंतर्गत Intraday Trading, swing Trading, Momentum 
Trading, Scalping, Delivery Trading, इत्यादि शामिल है।

प्रश्न 2 – किस प्रकार का Trading सबसे अच्छा है ?

उत्तर - सभी Trading अपनी अपनी जगह पर अच्छे होते हैं। यह किसी भी Investors पर निर्भर 
करता है, कि वह किस प्रकार की Trading करना चाहते हैं।

प्रश्न 3 – स्विंग ट्रेडिंग क्या है ?

उत्तर - स्विंग Trading के अंतर्गत Traders Short Term Market trend और Pattern को Trade 
करने का कोशिश करते हैं। इसकी पूरी जानकारी हमने इस लेख में बताई है।

प्रश्न 4 – ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है ?

प्रश्न - ऑनलाइन ट्रेडिंग के अंतर्गत Trading एप के माध्यम से Investment करना शामिल होता है। 
इसमें निवेशक सबसे पहले ऑनलाइन Trading एप में अपना डिमैट अकाउंट खोलता है और उस के 
माध्यम से ही शेयर मार्केट में शेयरों की खरीद बिक्री करता है।

निष्कर्ष :-

आज के इस लेख में हमने Types Of Trading In Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त की।

उम्मीद है, कि इस लेख के माध्यम से आपको Trading के प्रकारों के बारे में सभी जानकारियां मिल पाई होंगी।

यदि आप इस लेख से संबंधित और भी जानकारियां पाना चाहते हैं, तो हमसे कमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके पूछ सकते हैं। जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।


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